अच्छी संगति का महत्व | अच्छाई का उजाला Name / नाम* First Last कक्षा व सेक्शनविद्यालय का नाम **मोबाइल नंबर*Please enter a number from 5000000000 to 9999999999.जिला व राज्य **ईमेल आईडी* Enter Email Confirm Email बंसी को किन शब्दों से नफरत हो गई थी ?*खेल - खेल - खेल।खेलकूद - पढ़ाई।पढ़ाई - पढ़ाई - पढ़ाई।घूमना -फिरना।पढ़ाई के बाद बंसी को सबसे अधिक बुरा क्या लगता था ?*नाचना ।दूध पीना ।सोना ।खेलना ।मां की बात सुनकर गुस्से में बंसी ने क्या किया ?*दूध का गिलास दीवार की और फेंका और चिल्लाया ।घर से बाहर चला गया ।टीवी देखने लगा ।उपरोक्त सारे गलत ।स्टेशन पर बंसी को कक्षा के कौन से छात्र मिले ?*गोपाल और सोहित ।गोपाल और मोहित ।मोहित और सोहित ।राजा और सोहित ।बुजुर्ग यात्री का बैग किसने चुराया ?*बंसी ।सोहित ।मोहित ।गोपाल ।कक्षा का सबसे योग्य विद्यार्थी कौन था ?*श्याम ।बंसी ।राधा ।गोपाल ।बंसी की आंखों से आंसू क्यों छलक पड़े ?*क्योंकि गोपाल की बातें सुनकर उसे अपनी गलती का एहसास हो गया था ।क्योंकि वह खेलना चाहता था ।क्योंकि वह मां से नाराज था ।क्योंकि वह घर से भाग जाना चाहता था ।बुजुर्ग ने पूरी बात सुनकर क्या कहा ?*तुम बहुत बुरे हो ।तुम दूसरों की निंदा करते हो ।तुम पढ़ाई में ध्यान नहीं लगाते।तुम खुश नसीब हो कि बुरे लोगों के बाद तुम्हें कोई अच्छा दोस्त मिल गया ।इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?*हमें बुरा व्यवहार करना चाहिए।हमें हमेशा पढ़ना चाहिए।हमें बुरे लोगों का साथ छोड़कर अच्छे लोगों के साथ रहना चाहिए।उपरोक्त सभी गलत।श्री रामचरितमानस में भगवान राम अपने अनुज को क्या समझा रहे हैं ? **कुसंग पाकर व्यक्ति का ज्ञान नष्ट हो जाता है और सुसंग पाकर ज्ञान उत्पन्न हो जाता है।मित्रता से बढ़कर कुछ नहीं।हमें अपने बड़ों का निरादर करना चाहिए।हमें दूसरों से घृणा करनी चाहिए।Number*